दिव्यांग व्यक्तियों के अधिकारों से संबंधित अधिनियम 2016 के अनुसार, दृष्टिहीनता दो श्रेणियों में विभक्त है: पहला अंधता, दूसरा निम्न दृष्टि (लो विज़न)। हमारे देश में लो विज़न व्यक्तियों की पहचान और विशेष सेवाओं के लिए पर्याप्त सुविधाएँ और जागरूकता अभी भी कम हैं। RPWD अधिनियम 2016 के लागू होने के बाद इस दिशा में धीरे-धीरे प्रयास हो रहे हैं। दृष्टि बाधित लोगों की शिक्षा, प्रशिक्षण एवं पुनर्वास के लिए समर्पित राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान, देहरादून के प्रयासों से लो विज़न केंद्र की रूपरेखा तैयार हुई। अतः, 4 फरवरी 2022 को विवेकानंद नेत्रालय रामकृष्ण मिशन, देहरादून के सहयोग से संस्थान में लो विज़न केंद्र की स्थापना की गई।
लो विज़न केंद्र का उद्देश्य निम्न दृष्टि वाले व्यक्तियों को शैक्षिक अधिगम, दैनिक कार्यों के कुशल निर्वहन और समाज में प्रभावी समावेशन हेतु उत्तम सेवाएँ प्रदान करना है। इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए केंद्र निम्न मुख्य उद्देश्यों पर कार्यरत है:
- कार्यक्षम दृष्टि आकलन सेवाएँ प्रदान करना।
- दृष्टि कौशल प्रशिक्षण का समर्थन करना।
- दृष्टि के नैदानिक परीक्षण की सुविधा प्रदान करना।
- लो विज़न उपकरणों पर आवश्यकता–विश्लेषण एवं प्रशिक्षण सुनिश्चित करना।
- जागरूकता एवं क्षमता वर्धन कार्यक्रम आयोजित करना।
- लो विज़न पर अनुसंधान एवं विकास गतिविधियाँ प्रोत्साहित एवं संचालित करना।

