हमारे बारे में
परिचय
राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान (NIEPVD) भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (DEPwD) के प्रशासनिक नियंत्रण में कार्यरत एक प्रमुख संस्थान है, जो वर्ष 1943 से दृष्टिबाधित व्यक्तियों की शिक्षा, प्रशिक्षण, पुनर्वास एवं सशक्तिकरण हेतु समर्पित है। संस्थान का एक क्षेत्रीय केंद्र वर्ष 1988 में चेन्नई में स्थापित किया गया था, जिसका उद्देश्य दक्षिणी भारत में दृष्टिबाधित जनसंख्या की प्रशिक्षण एवं पुनर्वास संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति करना है। इसके अतिरिक्त संस्थान के चार संयुक्त क्षेत्रीय केंद्र—सुंदरनगर (हिमाचल प्रदेश), गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) एवं जयपुर (राजस्थान)—के माध्यम से यह विभिन्न प्रकार की पुनर्वास सेवाएं प्रदान करता है।
उद्देश्य एवं लक्ष्य
संस्थान की नियमावली में दर्शाये गये लक्ष्य और उद्देश्य इस प्रकार हैं: क. अन्य गैर-सरकारी संगठनों और अनुसंधान संगठनों, जिनमें विश्वविद्यालय भी शामिल हैं, के सहयोग से दृष्टिदिव्यांगों की शिक्षा एवं पुनर्वास के विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान कार्य करना, अनुसंधान कार्यों का प्रायोजन, समन्वय तथा सहायता उपलब्ध कराना। ख. बायोमेडिकल अभियांत्रिकी के क्षेत्र में शोध कार्यों का आयोजन, प्रायोजन, समन्वयन करना अथवा सहायता उपलब्ध कराना, जिससे विशेष उपकरणों का प्रभावकारी मूल्यांकन अथवा विशेष उपकरणों /यंत्रों का प्रभावी मूल्यांकन अथवा उपयुक्त शल्य चिकित्सा अथवा चिकित्सा प्रक्रिया अथवा नवीन विशेष उपकरणों/ यंत्रों का विकास। ग. प्रशिक्षणार्थियों एवं अध्यापकों, सेवायोजन अधिकारियों, मनोवैज्ञानिकों, व्यवसायिक परामर्शदाताओं तथा अन्य ऐसे कार्मिकों, जिन्हें संस्थान स्वीकार्य एवं आवश्यक समझता है,
सहित विभिन्न विशेषज्ञों का प्रशिक्षण आयोजन अथवा प्रायोजित करना। घ. दृष्टिबाधितों की शिक्षा, पुनर्वास अथवा रोजगार विकसित करने के लिए किसी या सभी विकसित उपकरणों एवं आद्यरूपों के वितरण, उत्पादन एवं रियायती मूल्यों पर उपलब्ध कराने को बढ़ावा देना।
सेवाएँ
– दीर्घकालिक मानव संसाधन विकास पाठ्यक्रम (M.Ed, B.Ed, D.Ed) — दृष्टिबाधित, श्रवण-दृष्टि बाधित एवं बहुविकलांग व्यक्तियों हेतु विशेष शिक्षकों के विकास के लिए। साथ ही पुनर्वास एवं नैदानिक मनोविज्ञान के क्षेत्र में पेशेवरों को प्रशिक्षित करने हेतु पाठ्यक्रम तथा सामुदायिक समावेशी विकास (CBID) हेतु प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम।
– राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड केंद्र (NBER) — पुनर्वास परिषद भारत (RCI), नई दिल्ली की ओर से देशभर के लगभग 129 शिक्षक प्रशिक्षण केंद्रों में D.Ed स्पेशल एजुकेशन (VI & DB) की परीक्षा, मूल्यांकन एवं प्रमाणन की जिम्मेदारी।
– अल्पकालिक प्रशिक्षण एवं CRE कार्यक्रम — क्षमता निर्माण एवं व्यावसायिक विकास हेतु।
– व्यावसायिक प्रशिक्षण एवं कौशल विकास पाठ्यक्रम।
– विद्यालयी शिक्षा (नर्सरी से कक्षा 12वीं तक) — दृष्टिबाधित एवं कम दृष्टि वाले बच्चों हेतु।
– समुदाय स्तर पर विभिन्न हितधारकों हेतु जन-जागरूकता कार्यक्रम।
– अनुसंधान एवं विकास।
– रोजगार की पहचान एवं नियुक्ति।
– पढ़ने योग्य सामग्री के सुलभ संस्करणों के विकास हेतु SIPDA योजना के अंतर्गत वित्तीय सहायता
परियोजना का क्रियान्वयन।
– ADIP योजना के अंतर्गत उपकरण एवं सहायक उपकरणों का वितरण।
– ब्रेल सहायक उपकरणों का निर्माण, वितरण एवं आपूर्ति।
– ब्रेल, बड़े अक्षर, ऑडियो एवं ई-पब प्रारूपों में सुलभ अध्ययन सामग्री का निर्माण, वितरण एवं आपूर्ति।
– “हैलो-दून” सामुदायिक एफएम रेडियो के माध्यम से जन-जागरूकता कार्यक्रमों का निर्माण एवं प्रसारण।
– प्रारंभिक पहचान एवं हस्तक्षेप केंद्र के माध्यम से शीघ्र पहचान और हस्तक्षेप।
– समुदाय आधारित/आउटरीच कार्यक्रम।
– क्लिनिकल, परामर्श, रेफरल एवं मार्गदर्शन सेवाएं।